Sunday, 19 November 2023

शांति मनुष्य की सबसे बड़ी जरूरत है : प्रेम रावत

चंडीगढ़ : मानवता और शांति का संदेश देने पहुंचे शांतिदूत प्रेम रावत ने सेक्टर 34 के एग्जीबिशन ग्राउंड में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि केवल शांति शांति कहने से शांति नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि शांति मनुष्य की सबसे बड़ी जरूरत है और इसे पूरा करना बहुत जरूरी है। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इसके अलावा 100 से ज्यादा दिव्यांग छात्र, जो सुन और बोल नहीं सकते, ने भी अपने अनुवादक की मदद से प्रेम रावत को सुना।

इस मौके प्रेम रावत ने कहा कि वो अविनाशी जो सभी जगह है, वो आपके अंदर भी है। उन्होंने कहा कि आपके आनंद का स्रोत आपके अंदर ही है और अगर अंदर के अनंत के सागर की एक बूंद को चख लिया, तो पूरे अनंत का अनुभव कर लिया। उन्होंने कहा कि शांति मनुष्य की बुनियादी जरूरत है और शांति हर मनुष्य के लिए संभव है। उन्होंने कहा कि जिस दिन हर स्वास के लिए आभार समझ जाएंगे, उस दिन आप जीना सीख जाएंगे। उन्होने कहा कि आज जो कुछ संसार में हो रहा है, वह मानव के अंदर से असंतुष्ट होने का परिणाम है। इन सभी का अंत तभी संभव है, जब मनुष्य मानवता को अपनाए।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रेम रावत को उनकी पुस्तक 'स्वयं की आवाज़' के लिए गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है। अंग्रेजी में प्रकाशित उनकी पुस्तक 'हियर योरसेल्फ' द न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्ट सेलर रही है। कई सरकारी और अन्य संस्थानों द्वारा प्रेम रावत को शांति दूत की उपाधि से सम्मानित किया गया है। वह विश्व सत्र पर इस दिशा में निरंतर प्रेरणा प्रदान कर रहे है। 2012 में उन्हें एशिया पैसिफिक ब्रांड लारियट द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें हर साल अंतरराष्ट्रीय सत्र पर आमंत्रित किया जाता है। इनमें यूरोपियन संसद, यूनाइटेड नेशन्स, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया व इटली की संसद और कई विश्वविदालय जैसे हार्वर्ड, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, आई आई टी दिल्ली, इन्फोसिस और इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस हैदराबाद आदि शामिल है।

प्रेम रावत ने कैदियों की जिंदगी में सुधार लाने और अपराध को कम करने के उद्देश्य से कई जेलों में भी कार्यक्रम किए है, जैसे दिल्ली में तिहाड़ जेल, लखनऊ में नारी बंदी निकेतन और हैदराबाद में चेरलापल्ली सेंट्रल जेल, पुणे में येरावडा जेल आदि है। 

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