Tuesday, 13 February 2018

राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने किया आठवें थियेटर ओलंपिक्स 2018 का शंखनाद…

 - एस.पी. चोपड़ा
नई दिल्ली। भारत में थियेटर के दीवानों को खुशियां मनाने का एक मौका मिला है. देश पहली बार दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय थियेटर महोत्सव की मेज़बानी करने के लिए तैयार है. इस आठवें थियेटर ओलंपिक्स के दौरान पूरे देश में नाट्य प्रस्तुतियों की श्रंखला में 30 देशों की भागीदारी होगी.
भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू इस 51 दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्घाटन आगामी 17 फरवरी 2018 की शाम 6:30 बजे ऐतिहासिक लाल किले से करेंगे. इसके बाद इस भव्य आयोजन के अंतर्गत 17 भारतीय शहरों में 450 शो, 600 एंबिएंस पर्फामेंस और 250 दमदार यूथ फोरम शो किए जाएंगे, जिनमें पूरी दुनिया के 25,000 कलाकार शामिल होंगे. आगामी 8 अप्रैल 2018 को मुंबई के प्रतिष्ठित गेटवे ऑफ इंडिया में एक भव्य समारोह के साथ इसका समापन होगा.
देश में रंगमंच के इस शानदार महोत्सव का आयोजन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के स्वायत्तशासी संस्थान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के तत्वावधान में किया जा रहा है. इस आठवें थियेटर ओलंपिक्स का विषय फ्लैग ऑफ फ्रेंडशिप रखा गया है जिसका लक्ष्य रंगमंच की कला के माध्यम से सरहदों को जोड़ना और विभिन्न संस्कृतियों, मतों और विचारधाराओं के लोगों को एक साथ लाना है.
इस भव्य महोत्सव में आमंत्रित अतिथियों में थियोडोरोस टेरज़ोपोलोस (चेयरमैन, थियेटर ओलंपिक अंतरराष्ट्रीय समिति, ग्रीस), लियु लिबिन (चीन), जैरोस्ला फ्रेट (पोलैंड), सहिका टेकंद (तुर्की), यूजिनो बार्बा (डेनमार्क), रोमियो कास्टेलुच्ची (इटली), पिपो डेलबोनो (इटली) और जैन फैबर (बेल्जियम) शामिल हैं. जबकि भारतीय रंगमंच की हस्तियों में रतन थियाम, एलेक पद्मसी, रुद्रप्रसाद सेनगुप्ता, एमके रैना, राज बिसारिया, बंसी कौल, प्रो. त्रिपुरारी शर्मा, माया राव और सौमित्र चटर्जी जैसे नाम इसकी शोभा बढ़ाएंगे.
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय भारत में रंगमच के क्षेत्र में पथप्रदर्शक है और इसने अब तक के सबसे सम्मानित अभिनेताओं और रंगमंच के दिग्गजों को प्रशिक्षित किया है. सन 1959 में स्थापित संस्थान के पास छह दशकों से रंगमंच में श्रेष्ठता की गौरवपूर्ण विरासत है. आठवें थियेटर ओलंपिक्स की मेज़बानी इस ऐतिहासिक संस्था उपलब्धियों में एक महत्वपूर्ण आयाम जोड़ेगा.


No comments:

Post a Comment