नरेश बेलानी ने अपनी पीढ़ा व्यक्त करते हुए आगे कहा सिंधी समाज विभाजन के समय अपना घर, व्यवसाय सहित सिंध प्रांत छोड़ना पड़ा फिर भी सरकार पर कभी बोझ नही बने। पर अब जब तक सिंध प्रांत नही जब तक राज्य स्तर का राज्य भवन तो मिलना ही चाहिए। इसके लिए अब सिंधी समाज सरकार से मांग पुरजोर मांग करेगी। और साथ ही सभी राजनीतिक दल सिंधी समाज की भावनाओं का ध्यान में रखते हुए अपनी अपनी राजनीतिक दल में सिंधी समाज को जिम्मेदारी देनी चाहिए और आने वाले दिल्ली विधान सभा में सिंधी समाज को कम से कम 5 सीटे देकर इसकी शुरुआत करनी चाहिए।
भगवान श्री झूलेलाल चालीहा कार्यक्रम के अवसर पर सिंधु समाज राजेंद्र नगर दिल्ली के कार्यकारणीय सदस्य अध्यक्ष जगदीश नागरानी, उपाध्यक्ष हरीश काकवानी, उपाध्यक्ष किशन झुरानी, अतिरिक्त महासचिव अशोकदीप टेकचंदानी, अतिरिक्त महासचिव कमल रामचंदानी, अतिरिक्त महासचिव जगदीश भाटिया, अतिरिक्त महासचिव सूरज प्रकाश, कोषाध्यक्ष कमल टेकचंदानी, इत्यादि उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment